खूबसूरत लड़की पर दिल हार बैठे मुंशी और वकील लव ट्रायंगल में गई एसीपी के बेटे की जान
मुख्य आरोपी के दोस्तों ने खोला हत्या का राज
5 से 6 डिग्री सेल्सियस के तापमान में 100 को ढूंढना आसान नहीं था
Munshi and lawyer lost heart over beautiful girl, ACP’s son lost his life in love triangle
Vishva Bharti : Editor Pic : Delhi : News Desk : Bahri Dilli : बाहरी दिल्ली मे लव ट्रायंगल में दिल्ली पुलिस के एसीपी के बेटे की जान गई थी। इसका खुलासा पुलिस की जांच में हुआ है। पुलिस की जांच मे हत्या की वजह एक लव ट्रायंगल निकल कर सामने आया है।हत्या का मुख्य आरोपी विकास तीस हजारी कोर्ट में मुंशी था।वहीं लक्ष्य मृतक भी कोर्ट में वकालत की प्रैक्टिस करता था।दोनों ही एक ही लड़की को दिल दे बैठे थे।यही कारण है कि विकास ने लक्ष्य को रास्ते से हटा देने की साजिश रच डाली।
खूबसूरत लड़की पर दिल हार बैठे मुंशी और वकील लव ट्रायंगल में गई एसीपी के बेटे की जान
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खूबसूरत लड़की पर दिल हार बैठे मुंशी और वकील,आपको बता दें कि,बाहरी उत्तरी जिला के स्पेशल स्टाफ में कार्यरत एसीपी ऑपरेशन यशपाल सिंह,उनके बेटे लक्ष्य 22 जनवरी 2024 को सोनीपत में एक शादी समारोह में अपनी कार से गए थे।लेकिन वह 23 जनवरी को रहस्यमयी तरीके से लापता हो गए।
एसीपी यशपाल सिंह ने 23 जनवरी को समयपुर बादली थाने में पहुंचकर,बेटे लक्ष्य के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।24 घंटे बीत जाने पर भी जब लक्ष्य की कोई जानकारी नहीं मिली,तो उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट को अपहरण में बदल दिया गया।इसी के बाद एसीपी के बेटे के गायब होने,और उनकी हत्या किए जाने की आशंका से दिल्ली पुलिस में हड़कंप मच गया।
दिल्ली के भीतर दिल्ली पुलिस के एक एसीपी के बेटे की हत्या हो गई थी।वहां की पुलिस ने बड़ी तत्परता से जांच को आगे बढ़ाया,तो पता चला कि उनके बेटे का आखिरी लोकेशन दिल्ली से 65 किलोमीटर दूर,हरियाणा मे एक नहर के निकट पाया गया है।
लक्ष्य की आखिरी लोकेशन मिलते ही दिल्ली पुलिस को यह समझते हुए कोई मुश्किल नहीं हुई कि,युवक की हत्या करने के बाद उसके शव को ठिकाने लगाने के लिए,यहां नहर में लाकर छोड़ दिया गया है।आरोपियों ने शव को नहर में फेंका,और फरार हो गए।
दिल्ली पुलिस ने लक्ष्य के शव को बरामद करने के लिए,12 टीमों का गठन किया। उसमें 100 से अधिक पुलिस के जवान शामिल किए गए। यह सभी सर्च अभियान में जुड़ गए।क्योंकि मामला बड़ा हाई प्रोफाइल था।आखिर में पुलिस ने इस मामले के मुख्य आरोपित सहित, दो आरोपितों को पकड़ने में सफलता प्राप्त कर ली।उन्हीं की निशानदेही पर,कई दिनों बाद नहर से शव को भी बरामद कर लिया गया।
मुख्य आरोपी के दोस्तों ने खोला हत्या का राज
पुलिस की दस टीमें जांच के लिए गठित की गई थीं।इसके अलावा क्राइम ब्रांच,स्पेशल स्टाफ, एएटीएस,साइबर यह सभी टीमें,जांच में लग जाती हैं।22 जनवरी की रात में लक्ष्य के साथ वहां शादी में गए लोगों के बारे में जब जांच टीम जानकारी इकट्ठा करती है,तो उसे महत्वपूर्ण सुराग हाथ में लग जाता है
इसके बाद 26 जनवरी को दिल्ली की पुलिस एक संदिग्ध अभिषेक को पूछताछ के लिए अपने हिरासत में ले लेती है।इस बीच जब उस संदिग्ध युवक से पुलिस कड़ाई से पूछताछ करती है,तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। आरोपित ने लक्ष्य की हत्या करने,फिर उसके शव को पानीपत मे,वहां की नहर में फेंक देने की बात बताता है।
पैसों के लेनदेन में नहीं लव ट्रायंगल में गई थी एसीपी वकील बेटे की जान
अभिषेक के निशानदेही पर,पुलिस ने मुख्य आरोपित विकास को 28 जनवरी मे दबोच लिया।पुलिस की पूछताछ में,पहले तो आरोपित पुलिस को गुमराह करना चाहा।वह पैसों की लेनदेन में हत्या होने की बात कहता रहा,लेकिन जब पुलिस ने गहराई से जांच की तो पता चला कि,लक्ष्य की हत्या रूपयों के लेनदेन में नहीं हुई थी।इसके उलट 30 हजारी कोर्ट में, इंटर्नशिप कर रही एक युवती के लव ट्रायंगल में हुई थी।
पुलिस को पता चला कि मुख्य आरोपित विकास जिस युवती को पसंद करता था। उससे लक्ष्य की भी जान पहचान थी।उसको यह डर लगा कि कहीं वह युवती लक्ष्य को ही न पसंद करने लगे। इसी के बाद आरोपित ने अपने एक दोस्त के साथ मिलकर,लक्ष्य को अपने रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली। फिर एक शादी समारोह से लौटते हुए,लक्ष्य की हत्या कर उसका शव नहर में फेंक दिया था।
5 से 6 डिग्री सेल्सियस के तापमान में 100 को ढूंढना आसान नहीं था
जिस नहर में आरोपितों ने शव को फेंक दिया था।उसमें 15 से 16 फीट के करीब पानी बह रहा था।सर्च ऑपरेशन में पहले दिन कुछ नहीं मिला। उसके बाद नहर के पानी को पूरी तरह से बंद करा दिया गया।जब पानी कुछ और कम पड़ गया तो उसके बाद एक दर्जन बोट मंगवा लिए गए। फिर एनडीआरएफ एवं वहां के स्थानीय गोताखोरों ने साथ मिलकर सर्च ऑपरेशन स्टार्ट किया।
कई दिन बीत गए लेकिन कुछ भी पता नहीं चला। तो नहर के पानी को और अधिक कम कर दिया गया।इसके बाद 15 किलोमीटर के करीब उसके दायरे में सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। फिर कहीं जाकर नहर से एसीपी के बेटे का शव बरामद हुआ।
आरोपित की पहचान विकास और अभिषेक के नाम से हुई है। इसमें विकास मुख्य आरोपित था।वह तीस हजारी कोर्ट में मुंशी का काम करता था।वहीं मृतक लक्ष्य भी कोर्ट में अधिवक्ता की प्रैक्टिस करता था।जबकि जिस युवती के लव ट्रायंगल में एसीपी के वकील बेटे की हत्या हुई है।वह युवती भी तीस हजारी कोर्ट में इंटर्नशिप की प्रैक्टिस कर रही थी।
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपित विकास एवं उसके सहयोगी अभिषेक के विरुद्ध अदालत में चार्जसीट दाखिल कर दी है।इसमें 53 गवाह बनाए गए हैं।
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