- कानपुर में डॉक्टर ने कागजों में ही कर दिया 25 मरीजों का इलाज, डीएम की जाँच में हुआ खुलासा… देखें Video
- जब जिलाधिकारी ने खुद किया अस्पताल का सत्यापन तो खुल गया डॉक्टर के फर्जीवाड़े का राज
आयुष पाण्डेय : कानपुर : यूपी। कानपुर के जिलाधिकारी IAS जितेंद्र प्रताप सिंह ने रविवार को अचानक बिरहाना रोड अर्बन PHC सेंटर का औचक निरीक्षण किया। सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की वास्तविकता परखने के लिए उन्होंने मरीजों से खुद बात की। लेकिन जो खुलासा हुआ, उसने सबको चौंका दिया। क्योंकि डॉक्टर ने एक दो नहीं बल्कि 25 मरीजों का इलाज कागजों पर ही कर दिया। जांच में इसका खुलासा होने के बाद डीएम ने चिकित्सक से स्पष्टीकरण तलब करते हुए विभागीय कार्यवाही के निर्देश दिए हैं।
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डॉक्टर ने कागजों में ही कर दिया इलाज!

रजिस्टर में एक नहीं, कई मरीजों का नाम मिला फर्जी!
डीएम साहब ने शक के आधार पर दूसरे, तीसरे, फिर चौथे मरीज को भी फोन लगाया। लेकिन हर किसी ने यही जवाब दिया कि वे अस्पताल गए ही नहीं, जबकि सरकारी रिकॉर्ड में उनका इलाज दिखाया गया था। यानी, पूरा इलाज सिर्फ कागजों में चल रहा था, हकीकत में नहीं।
फर्जीवाड़े का पर्दाफाश, दोषियों पर कड़ी कार्रवाई… देखें Video👇
IAS जितेंद्र प्रताप सिंह ने मौके से ही स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट तैयार करवाई और स्पष्टीकरण तलब करते हुए डॉक्टर व संबंधित मेडिकल अधिकारियों के खिलाफ शासन को कड़ी कार्रवाई की संस्तुति कर दी है।
IAS अधिकारी की सख्ती से खुली पोल
IAS जितेंद्र प्रताप सिंह की सतर्कता से यह साबित हो गया कि अगर प्रशासन ईमानदार हो, तो भ्रष्टाचार की कोई जगह नहीं बचती। उनके इस एक्शन से जनता को भी भरोसा हुआ कि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार संभव है। इस खबर को जो भी सुन रहा है वह जिलाधिकारी की तारीफ कर रहा है।
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