- अयोध्या में सरयू घाट पर वाटर स्क्रीन से दिखेगी भव्य आरती, योगी सरकार का 1878.00 लाख का प्रोजेक्ट, पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
- भूल-भुलैया और दुर्लभ दर्शन के बाद सरकार का नया उपहार
- वाटर स्क्रीन के साथ आधुनिक साउंड सिस्टम की सुविधा
अखिलेश द्विवेदी : अयोध्या। यूपी में अयोध्या के श्रद्धालु और पर्यटक अब सरयू घाट पर भव्य आरती के दर्शन एक नए अंदाज में कर सकेंगे। योगी सरकार ने अयोध्या के धार्मिक और पर्यटन महत्व को और अधिक बढ़ाने के लिए 1878.00 लाख रुपये की लागत से वाटर स्क्रीन प्रोजेक्ट शुरू किया है। इस अत्याधुनिक तकनीक से सरयू आरती को एक नए आयाम में प्रस्तुत किया जाएगा, जिससे श्रद्धालु और पर्यटक मंत्रमुग्ध हो उठेंगे। इस परियोजना का उद्देश्य न केवल धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना है, बल्कि अयोध्या के गौरव को भी नई ऊंचाइयों तक पहुंचाना है।
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भूल-भुलैया और दुर्लभ दर्शन के बाद अयोध्या का नया आकर्षण
राम मंदिर निर्माण के बाद से अयोध्या में श्रद्धालुओं की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इसे ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या के पर्यटन विकास के लिए कई बड़े प्रोजेक्ट स्वीकृत किए हैं। पहले नगर निगम द्वारा भूल-भुलैया और अयोध्या विकास प्राधिकरण के दुर्लभ दर्शन प्रोजेक्ट को सफलता मिली, और अब श्री अयोध्या जी तीर्थ विकास परिषद द्वारा वाटर स्क्रीन प्रोजेक्ट शुरू किया जा रहा है।
परिषद के सीईओ संतोष शर्मा के अनुसार, इस परियोजना पर कार्य प्रारंभ हो चुका है और इसके पूरा होते ही अयोध्या का आध्यात्मिक और पर्यटन महत्व और अधिक बढ़ जाएगा। इस प्रोजेक्ट का निर्माण उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट कॉरपोरेशन लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है, जो इसे एक विश्वस्तरीय अनुभव बनाने के लिए कार्यरत है।
वाटर स्क्रीन के साथ आधुनिक साउंड सिस्टम
इस अनूठी परियोजना के तहत सरयू आरती स्थल पर एक बड़ी नाव पर वाटर स्क्रीन और साउंड सिस्टम लगाया जाएगा। यह स्क्रीन 10 फीट ऊंची और 13 फीट लंबी एलईडी स्क्रीन होगी, जिस पर श्रद्धालु भव्य आरती के दर्शन कर सकेंगे।
इसके साथ ही उच्च गुणवत्ता वाले साउंड सिस्टम की व्यवस्था भी की जा रही है, जिससे भक्तगण एक अद्भुत आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त कर सकें। यह अत्याधुनिक प्रोजेक्ट सरयू आरती को नई तकनीक के साथ एक भव्य रूप देने वाला है।
श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं और सुरक्षा
सरयू घाट पर जगह की सीमितता के कारण श्रद्धालुओं को अक्सर आरती दर्शन में कठिनाई होती थी। लेकिन इस वाटर स्क्रीन प्रोजेक्ट के माध्यम से अब हर कोई सुरक्षित और सुविधाजनक तरीके से आरती का आनंद ले सकेगा।
आधुनिक तकनीक के उपयोग से यह परियोजना अयोध्या के धार्मिक एवं सांस्कृतिक महत्व को और अधिक निखारेगी। इसके साथ ही, श्रद्धालु पहले से बेहतर सुविधाओं के साथ इस आध्यात्मिक माहौल में रम सकेंगे।
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
योगी सरकार का यह प्रोजेक्ट अयोध्या को एक वैश्विक पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। वाटर स्क्रीन प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद न केवल स्थानीय पर्यटन को प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए भी यह एक प्रमुख आकर्षण बनेगा।
सरकार के इस प्रयास से अयोध्या को न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक और तकनीकी रूप से भी एक आधुनिक आध्यात्मिक नगरी के रूप में स्थापित करने में मदद मिलेगी।
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