- दहेज हत्या के आरोपी ने जेल में रहकर पास की PCS प्री परीक्षा
- लखीमपुर खीरी का मामला, 2021 से जेल में बंद है रितिक गुप्ता
आयुष पाण्डेय : लखीमपुर खीरी। कहते हैं कि मेहनत और लगन से हर मुश्किल को पार किया जा सकता है। ऐसा ही कर दिखाया लखीमपुर खीरी के रितिक गुप्ता ने, जो दहेज हत्या के मामले में जेल में बंद होने के बावजूद उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) की प्रारंभिक परीक्षा पास करने में सफल रहे।
जेल में रहकर की तैयारी
रितिक गुप्ता को 2021 में दहेज हत्या के एक मामले में गिरफ्तार कर जिला जेल भेजा गया था। जेल में रहते हुए उन्होंने अपने भविष्य को संवारने का फैसला किया और सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। जेल प्रशासन की अनुमति मिलने के बाद उन्होंने किताबें मंगवाईं और खुद के बनाए नोट्स से पढ़ाई शुरू की।
कड़ी मेहनत से मिली सफलता
रितिक की बहन ने उनकी सफलता पर खुशी जताते हुए कहा कि उन्होंने पूरी मेहनत और लगन से तैयारी की थी। बिना किसी कोचिंग के, केवल खुद की पढ़ाई के दम पर उन्होंने यह मुकाम हासिल किया है।
जेल प्रशासन का सहयोग
जेल अधिकारियों ने बताया कि रितिक को नियमों के तहत पढ़ाई करने की अनुमति दी गई थी। जेल के अंदर ही उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी और परीक्षा दी। अब उनका अगला लक्ष्य मुख्य परीक्षा पास करना है।
समाज में रितिक बना चर्चा का विषय
रितिक की इस सफलता को लेकर समाज में मिली-जुली प्रतिक्रियाएं हैं। कुछ लोग इसे प्रेरणादायक मान रहे हैं, तो कुछ दहेज हत्या के मामले में बंद आरोपी के सफल होने पर सवाल उठा रहे हैं।
अब क्या होगी आगे की राह
रितिक की सफलता उनकी मेहनत का नतीजा है, लेकिन उनकी कानूनी लड़ाई अभी भी जारी है। अगर वह मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू पास करते हैं, तो भी उनके चयन को लेकर नियम और कानूनी प्रक्रियाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।