स्वास्थ्य विभाग मे डिप्टी डायरेक्टर गंगा में डूबे उनको बचाने गोताखोर पैसों की मांग करते रहे

दोस्तों के साथ गंगा नहाने गए वाराणसी में तैनात स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी डायरेक्टर नदी में डूब गए।गोताखोर उनको बचाने के एवज में पैसों की मांग करते रहे।जब उन्हें पैसा मिल गया तो गोताखोर डिप्टी डायरेक्टर की खोज में निकले।लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।

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स्वास्थ्य विभाग मे डिप्टी डायरेक्टर गंगा में डूबे उनको बचाने गोताखोर पैसों की मांग करते रहे

Deputy Director of Health Department drowned in Ganga, divers kept demanding money to save him. Vishva Bharti : Vinod Rashtogi UP : Lucknow : यूपी में गोताखोरों ने मानवता को शर्मसार करने वाला काम किया है।कानपुर मे नाना मऊ घाट पर शनिवार की सुबह गंगा स्नान के लिए उतरे स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी डायरेक्टर अचानक गायब हो गए।वह जब डूबने लगे तो उनके साथ आए दोस्तों ने गोताखोरों से मदद की गुहार लगाई।लेकिन गोताखोरों ने डिप्टी डायरेक्टर को खोजने के एवज में उनके साथ आए दोस्तों से पैसों की मांग करते रहे।दोस्तों ने गोताखोर को दस हजार रूपये दिए।

स्वास्थ्य विभाग मे डिप्टी डायरेक्टर गंगा में डूबे उनको बचाने गोताखोर पैसों की मांग करते रहे

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स्वास्थ्य विभाग मे डिप्टी डायरेक्टर गंगा में डूबे  उनको बचाने गोताखोर पैसों की मांग करते रहे।रुपए मिल जाने पर गोताखोर स्टीमर से गंगा में डिप्टी डायरेक्टर को खोजने उतरे।लेकिन तब तक स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी डायरेक्टर गंगा में डूब चुके थे।जब उनके स्वास्थ्य विभाग मे बड़े पद पर तैनात होने और उनके हाईप्रोफाइल होने की जानकारी लोगों को मिली इसके बाद पुलिस विभाग के हाथ पांव फूलने लगे।पुलिस अधिकारियों के अनुसार, गोताखोरों और एसडीआरएफ की टीम उनकी तलाश कर रही है।लेकिन अभी तक उनका कुछ पता नहीं चल सका है।डिप्टी डायरेक्टर की तैनाती वाराणसी में है।और वह उन्नाव के रहने वाले हैं।

उन्नाव में बेहटा मुजावर थाना क्षेत्र के कबीरपुर खंभौली गांव के आदित्य वर्धन सिंह 45 वर्ष स्वास्थ्य विभाग में डिप्टी डायरेक्टर के पद पर वाराणसी में तैनात हैं।शनिवार की सुबह वह अपने दोस्तों के सन्ग,इंदिरा नगर लखनऊ के प्रदीप तिवारी और पतासिया बांगरमऊ उन्नाव के योगेश्वर मिश्रा के साथ बिल्हौर के नाना मऊ गंगा घाट पर नहाने आए थे।आदित्य वर्धन सिंह गंगा में नहाने के लिए उतरे लेकिन अत्यधिक तेज बहाव और पानी में चक्र बनने से वह वहां डूबने लगे।

उनके दोस्तों ने आरोप लगाया है कि वहां पर कुछ गोताखोर मौजूद थे लेकिन जब उनसे सहायता मांगी गई तो उन लोगों ने पहले 10 हजार रूपये देने की मांग की।जब उन्हें वॉलेट एप के जरिए पैसे ट्रांसफर कर दिए गए।तब कहीं जाकर उन लोगों ने स्टीमर से उनकी तलाश शुरू की।लेकिन उस समय तक आदित्य वर्धन सिंह लापता हो गए थे।

उनके चचेरे भाई बिहार में सीनियर आईएएस है,और पत्नी जज है।

आदित्य वर्धन सिंह के साथ आए दोस्तों, योगेश्वर,और प्रदीप ने बताया कि,उनकी पत्नी शैलजा मिश्रा,महाराष्ट्र में जज है।उनकी 12 वर्षीय बेटी है।जो अपनी मां के साथ महाराष्ट्र में ही रहती है।आदित्य के चचेरे भाई अनुपम सिंह, बिहार प्रदेश की सरकार में,वरिष्ठ आईएएस है।वह नीतीश कुमार के सचिव हैं।

पुलिस ने गोताखोरों से पैसे,वापस करा दिए।

आदित्य वर्धन सिंह के दोस्त प्रदीप ने बताया कि,उन्होंने एक गोताखोर को,दस हजार रूपये ट्रांसफर कर दिए थे,लेकिन दोपहर में जब यह सूचना फैली।वहां की पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए,गोताखोरों से रुपए वापस करा दिए।

डीसीपी बेस्ट राजेश कुमार सिंह ने जानकारी दी कि,आदित्यवर्धन सिंह स्वास्थ्य विभाग में, डिप्टी डायरेक्टर हैं।और वह गंगा नहाने वहां गए थे।घाट पर मौजूद लोगों ने,उन्हें आगाह कर दिया था कि,पानी बहुत गहरा है,लेकिन उन्होंने एवं उनके दोस्तों ने कहा कि,उन्हें तैराकी करना आता है।एसडीआरएफ,और गोताखोरों की टीम,लगातार प्रयास करते हुए,उनकी खोज की,लेकिन वह मिल नहीं पाए।रविवार की सुबह से,एक बार फिर तलाशी अभियान,उनको खोजने के लिए चलाया जाएगा।

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