- जब मासूम बच्ची की किताबें आंसुओं से भीग गईं: लखनऊ में सपा का भावुक पोस्टर, बुलडोजर पर वार
- अखिलेश यादव को बच्ची का हमदर्द दिखाने वाला पोस्टर वायरल, जयसिंह प्रताप यादव ने बुलडोजर को बताया संवेदनहीन शक्ति
विजय कुमार पटेल : लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सरकार के बुलडोजर अभियान को लेकर राजनीति लगातार गर्माती जा रही है। अब लखनऊ में समाजवादी पार्टी कार्यालय के बाहर ऐसा पोस्टर लगा है, जिसने इस अभियान के खिलाफ लोगों की भावनाओं को झकझोर दिया है। एक बच्ची, उसकी किताबें, और एक बुलडोजर – इन तीनों के बीच की कहानी को एक इमोशनल पोस्टर ने पूरे प्रदेश की जुबान पर ला दिया है।

लखनऊ स्थित समाजवादी पार्टी मुख्यालय के सामने सपा नेता जयसिंह प्रताप यादव द्वारा लगाया गया एक बड़ा पोस्टर अब सोशल मीडिया से लेकर सड़कों तक चर्चा का विषय बन गया है।
पोस्टर में एक मासूम बच्ची किताबों का बस्ता पकड़े दौड़ती नजर आ रही है, जबकि उसके पीछे बुलडोजर आ रहा है। यह तस्वीर हाल ही में अम्बेडकर नगर की घटना से प्रेरित बताई जा रही है, जहां बुलडोजर की कार्यवाही के दौरान एक बच्ची अपने घर से किताबें समेटती भागती दिखी थी।
पोस्टर में दूसरी ओर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव उसी बच्ची को सम्मानित करते नजर आ रहे हैं, जो यह दिखाने की कोशिश है कि समाजवादी पार्टी बच्चों के भविष्य को प्राथमिकता देती है।
पोस्टर पर लिखा गया है: “एक आँसू भी हुकूमत के लिए खतरा है, तुमने देखा नहीं आँखों का समुंदर होना…” यह लाइन सीधे दिल को छूती है और सरकार की नीतियों पर सवाल भी खड़े करती है।
देखें Video 👇
सपा नेता जयसिंह प्रताप यादव ने कहा:
_”बुलडोजर केवल मकान नहीं गिराता, सपनों और भविष्य को भी तोड़ता है। यह बच्ची उन तमाम बच्चों की प्रतीक है, जिनकी पढ़ाई, भावनाएं और घर बुलडोजर के नीचे कुचले जाते हैं।”
विपक्ष ने जहां इस पोस्टर को “मानवता की पुकार” बताया, वहीं सत्ता पक्ष ने इसे “राजनीतिक स्टंट” कहकर खारिज कर दिया है। लेकिन इस पोस्टर ने यूपी की सियासत में एक बार फिर गर्मी ला दी है।