प्रेमी के साथ रहने की जिद पर अड़ी किशोरी हिंदू मुस्लिम संगठन आमने-सामने खूब हुई पत्थरबाजी
प्रेमी के साथ रहने की जिद जिद पर अड़ी किशोरी,बदायूं से देहरादून पहुंची। किशोरी को छुड़ाने,रेलवे स्टेशन पर दो समुदायों के संगठन आपस में भिड़ गए। आरोप लगा है कि,लड़की के समुदाय के संगठन ने वहां पत्थरबाजी की। इसमें कई लोगों को हल्की चोट भी पहुंची।10 से ज्यादा वाहनों में तोड़फोड़ की गयी।
अनिल बाजपेयी
सीईओ फाउंडर एंड ग्रुप एडिटर
प्रेमी के साथ रहने की जिद पर अड़ी किशोरी हिंदू मुस्लिम संगठन आमने-सामने खूब हुई पत्थरबाजी
किशोरी घर वापस जाने के लिए तैयार नहीं
The girl, who was adamant on living with her lover, faced a lot of stone pelting with the Hindu-Muslim organization.Vishva Bharti : Editor Pic : New Delhi desk : Uttrakhand : Dehradun : उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में,यूपी के बदायूं से चलकर,प्रेमी के साथ रहने की जिद पर अड़ी किशोरी यहां पहुंची।युवती के समुदाय के संगठन ने उसे अपने साथ लेकर जाने के लिए,रेलवे स्टेशन पर बड़ी देर तक विवाद करते रहे।इस बीच दोनों समुदाय के संगठन आपस में लड़ते झगड़ते रहे।लड़की के समुदाय के संगठन की तरफ से पत्थरबाजी भी हुई।इसमें कुछ लोगों को हलकी चोटें भी आ गई।विवाद कर रहे संगठन ने 10 से अधिक वाहनों मे तोड़फोड़ करी।
प्रेमी के साथ रहने की जिद पर अड़ी किशोरी हिंदू मुस्लिम संगठन आमने-सामने खूब हुई पत्थरबाजी
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प्रेमी के साथ रहने की जिद पर अड़ी किशोरी,दो घंटे तक चले इस नाटकीय घटनाक्रम में जब पुलिस ने लाठी भांजी,तब स्थिति नियंत्रण में हो पाई।आपको बता दें कि,किशोरी मुस्लिम समुदाय की है।वहीं युवक हिंदू है।वह सेलाकुई में नौकरी करता है।आरोप लगा है कि, कुछ लोग साजिश के तहत वाहनों में पत्थर भरकर ले आए थे।उन्हीं लोगों ने माहौल को खराब करने के लिए पथराव किया है। देर रात होने पर एसपी अजय सिंह ने,रेलवे स्टेशन जाकर घटना के बारे में पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक करके हालात की जानकारी ली।
घटना की मुख्य बातें
बदायूं की रहने वाली किशोरी प्रेमी के साथ रहने की जिद में ट्रेन से देहरादून पहुंची थी। जबकि युवक हिंदू समुदाय का है।जब मामला आरपीएफ के पास पहुंचा,वहां हिंदू संगठन और मुस्लिम संगठन के लोग भी आ गए,और आपस में विवाद करने लगे।लड़की के समुदाय के संगठन ने वहां पत्थर बाजी शुरू कर दी।इससे कुछ लोगों को हल्की चोटें आई,और 10 से ज्यादा वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया।इसके बाद स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस को लाठी भांजनी पड़ी।
किशोरी घर वापस जाने के लिए तैयार नहीं
पुलिस ने बताया कि,बदायूं की रहने वाली किशोरी अपने प्रेमी के साथ रहने की जिद को पूरा करने,वह पहले घर से भाग कर लखनऊ पहुंच गई। फिर वहां से ट्रेन में बैठकर गुरुवार की सुबह दस बजे के करीब देहरादून पहुंची। इसके बाद उसने अपने प्रेमी अजय को फोन करके रेलवे स्टेशन पर बुला लिया।
अजय बदायूं का रहने वाला है।वह यहां सेलाकुई में नौकरी करता है।वह 11बजे के करीब रेलवे स्टेशन पहुंच गया,और किशोरी को समझा बूझकर घर वापस जाने के लिए कहने लगा।लेकिन किशोरी ने उसकी एक न सुनी। इसके बाद अजय किशोरी को साथ लेकर रेलवे स्टेशन के सुरक्षा बल (आरपीएफ) थाने पर पहुंच गया।
यहां आरपीएफ ने किशोरी से सारी बात पूछने के बाद,बंदायु पुलिस से संपर्क स्थापित किया। वहां से पता चला कि,यहां उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज है।इसके बाद बदायूं की पुलिस ने किशोरी के परिवार को,उसके देहरादून में आरपीएफ के थाने पर होने की जानकारी दी।
इस पर उन लोगों ने देहरादून में रह रहे अपने रिश्तेदारों से संपर्क किया।इसके कुछ देर बाद में ही रेलवे स्टेशन पर मुस्लिम समुदाय के संगठन के कई लोग वहां इकट्ठा होने लगे। यह देखकर युवक ने भी अपने हिंदू संगठनों से संपर्क स्थापित किया। इसके कुछ देर बाद ही हिंदू संगठनों से जुड़े तमाम लोग वहां रेलवे स्टेशन पर पहुंच गए।
दो समुदाय के संगठनों के लोगों के अचानक बड़ी संख्या में पहुंचने से,रेलवे स्टेशन पर माहौल बिगड़ने लगा। इसे देख पुलिस ने युवक को जीआरपी थाने,वहीं किशोरी को आरपीएफ थाने भेज दिया।इसके साथ ही स्थिति पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल को भी वहां मंगा लिया।
पुलिस की दूरगामी सोच के तहत बरती गई सक्रियता से दिन में तो सब ठीक-ठाक रहा। लेकिन जैसे ही रात के नौ बजे हिंदू और मुस्लिम संगठनों के लोग आपस में विवाद और पत्थरबाजी करने लगे।इससे वहां रेलवे स्टेशन पर लोग इधर-उधर भागने लगे। इस बीच विवाद कर रहे लोगों ने वहां खड़े कई वाहनों मे तोड़फोड़ शुरू कर दी।
स्थित जब अधिक बिगड़ने लगी तो वरिष्ठ अधिकारियों ने वहां कई थानों की पुलिस फोर्स को रेलवे स्टेशन भेजा।इसके बाद भी वहां की स्थिति पर जब पुलिस नियंत्रण न पा सकी,तो उसने लाठियां भांजनी शुरू कर दी।रात करीब 11 बजे विवाद कर रही भीड़ को पुलिस ने वहां से बड़ी मुश्किल से हटाया।
किशोरी का परिवार भी देर रात वहां पहुंच गया
जब वहां का विवाद खत्म हो गया।उसके बाद किशोरी के परिवार के लोग पुलिस के साथ में देहरादून पहुंचे।फिर आरपीएफ ने किशोरी को उन्हे सौंप दिया।वहीं युवक का भाई सेलाकुई में होने के बावजूद उसने वहां आने से मना कर दिया। इस वजह से जीआरपी की पुलिस टीम को सेलाकुई में उसके भाई के पास युवक को सौंपने जाना पड़ा। रेलवे स्टेशन पर वाहनों में तोड़फोड़ और पत्थर बाजी करने वाले लोगों की पहचान करने के लिए पुलिस ने,रेलवे स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरा की फुटेज खंगालती रही
रेलवे स्टेशन के हालात कैसे बिगड़े
हिंदू संगठन से जुड़े लोगों को आसंका थी कि, पुलिस अजय को जेल भेज सकती है। उसे मारा पीटा भी जा सकता है।जबकि मुस्लिम संगठन के लोगों को यह शंका हो चली थी कि, किशोरी को युवक के साथ भेजा जा सकता है। सूत्र बताते हैं कि,इसी बात को लेकर दोनों पक्ष आपस में विवाद करना शुरू कर दिए थे।
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