- भारत-नेपाल सीमा पर इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट का 13वां स्थापना दिवस मना, भारत-नेपाल व्यापार और सुरक्षा को मिलेगी मजबूती
- आईसीपी के पहले स्थापना दिवस पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन
रिपोर्ट : संतोष शुक्ला : रूपईडीहा, बहराइच। भारत-नेपाल सीमा पर स्थित इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (ICP) का आज 13वां स्थापना दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। लैंड पोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (LPAI) द्वारा निर्मित इस चेक पोस्ट पर पहली बार स्थापना दिवस का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में प्रशासनिक अधिकारियों, सुरक्षा बलों, व्यापारिक संगठनों और स्थानीय नागरिकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
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मुख्य अतिथियों की उपस्थिति और स्वागत समारोह

कार्यक्रम का संचालन आईसीपी इंचार्ज सुधीर शर्मा ने किया। उन्होंने बताया कि आईसीपी अधिनियम मार्च 2012 में पारित हुआ, जिसके बाद यह चेक पोस्ट 1 जून 2023 से कार्यरत हुआ। इस दौरान प्रतिदिन ₹1,25,000 से ₹1,35,000 तक की आमदनी होती है।
सांस्कृतिक कार्यक्रम और व्यापारिक लाभ पर चर्चा
अतिथियों का बुके देकर स्वागत किया गया, जिसके बाद स्थानीय विद्यालयों के बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। इस कार्यक्रम में भारत और नेपाल के कस्टम अधिकारियों, एलपीआई के कर्मचारियों, कस्टम क्लीयरेंस एजेंटों और सामाजिक संगठनों की महिलाओं एवं बच्चों ने भाग लिया।
कमांडेंट गंगा सिंह उदावत ने अपने संबोधन में कहा कि आईसीपी की स्थापना से भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा मजबूत हुई है और व्यापारियों को सुगम परिवहन की सुविधा मिली है। वहीं, एसडीएम अंजनी यादव ने व्यापारियों को अधिक से अधिक सहूलियत देने और व्यापार को बढ़ावा देने पर जोर दिया।
व्यापार और सुरक्षा के नए आयाम
भारत के नेपाल, भूटान, पाकिस्तान, म्यांमार और बांग्लादेश जैसे पड़ोसी देशों की सीमाओं पर ऐसे कई इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट स्थापित किए गए हैं, जो व्यापार और आवागमन को सुगम बनाते हैं। रूपईडीहा स्थित यह आईसीपी भारत-नेपाल व्यापारिक रिश्तों को और मजबूत करेगा।
कार्यक्रम के अंत में आईसीपी चेयरमैन सुधीर शर्मा ने सभी अतिथियों को उपहार देकर सम्मानित किया और व्यापार को आगे बढ़ाने की दिशा में मिलकर काम करने का संकल्प लिया।
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