- जया प्रभा की मोहिनीअट्टम प्रस्तुति ने दर्शकों को किया मंत्रमुग्ध
- तेजेंद्र नारायण मजूमदार के सरोद पर गूंजा यमन कल्याण
विजय कुमार पटेल : प्रयागराज। शहर में आयोजित सांस्कृतिक संध्या में मंगलवार को कला और संगीत का अनूठा संगम देखने को मिला। इस भव्य आयोजन का प्रमुख आकर्षण प्रसिद्ध नृत्यांगना जया प्रभा मेनन और उनके दल द्वारा प्रस्तुत मोहिनीअट्टम नृत्य रहा। मेनन ने पौराणिक समुद्र मंथन की कथा को लास्यपूर्ण अभिनय और मोहक नृत्य मुद्राओं के माध्यम से जीवंत कर दिया। उन्होंने नटराज शिव के पंचाक्षर और अष्टमूर्ति स्वरूप की मनमोहक प्रस्तुति देकर दर्शकों को आध्यात्मिक अनुभूति कराई।
सरोद की मधुर धुनों पर झूमे श्रोता

कार्यक्रम में संगीत प्रेमियों के लिए भी विशेष आयोजन किया गया था। मशहूर सरोद वादक पंडित तेजेंद्र नारायण मजूमदार ने राग यमन कल्याण में अपनी प्रस्तुति देकर सभागार को संगीतमय बना दिया। उनके वादन में भक्ति, प्रेम और भारतीय संस्कृति का अद्भुत मेल देखने को मिला। वहीं, तबला वादक तन्मय बोस ने अपनी सधी हुई संगत से कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए।
विभिन्न राज्यों के लोकनृत्य बने आकर्षण
सांस्कृतिक संध्या में भारत की विविधता और सांस्कृतिक धरोहर को भी खास रूप से प्रस्तुत किया गया। विभिन्न राज्यों से आए कलाकारों ने अरुणाचल प्रदेश का जुजुजाजा नृत्य, कर्नाटक का कार्डिम जलू नृत्य, गुजरात का मेवासी नृत्य और सिक्किम का सोरठी नृत्य पेश कर समां बांध दिया। असम के कलाकारों ने रामकथा और सीता उद्धार पर आधारित नृत्य प्रस्तुति दी, जिसने दर्शकों को पौराणिक गाथाओं की स्मृति दिलाई।
रामलीला मंचन ने दर्शकों का छुआ हृदय
झूंसी सांस्कृतिक मंच पर नमिता अग्रवाल के निर्देशन में भक्त और भगवान पर आधारित रामलीला का मंचन किया गया। इस नाटक में भक्ति और निष्ठा के भावों को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया गया, जिससे दर्शक भावुक हो उठे।
