नर्स ने बताया मुझे कमरे में बंद कर डॉक्टर ने रात भर दुष्कर्म किया और रो पड़ी
नर्स ने बताया कि मुरादाबाद के अस्पताल में डॉक्टर ने उसके साथ पूरी रात दुष्कर्म किया और वह रो पड़ी। नर्स ने कहा अगर वह रात में शिकायत करती तो वहां मौजूद उसके सहयोगी और डॉक्टर उसे जान से मार सकते थे इसीलिए उसने घर पहुंचने के बाद अपने परिवार को उसके साथ रात में घटी घटना को बताया इसके बाद वह पुलिस के पास पहुंची
नर्स ने बताया मुझे कमरे में बंद कर डॉक्टर ने रात भर दुष्कर्म किया और रो पड़ी
चिकित्सालय का पंजीकरण निरस्त आरोपी आशा वर्कर के विरुद्ध भी जांच के निर्देश
The nurse told that after locking me in the room the doctor raped me throughout the night and she crie.Vishva Bharti : Mukesh Kumar : Muradabad : मुरादाबाद के एक निजी चिकित्सालय में दुष्कर्म का शिकार हुई नर्स ने बताया कि मुझे कमरे में बंद कर डॉक्टर रात भर उसके साथ दुष्कर्म करता रहा और फफक कर रो पड़ी।उसने कहा कोई भी उसकी मदद के लिए आगे नहीं आया। पीडिता ने कहा कि अगर रात में वह किसी से शिकायत कर देती तो उसके सहयोगी और आरोपी डॉक्टर उसे जहर का इंजेक्शन लगाकर उसकी हत्या कर देते।इसी कारण वह रात में चुप रही और सुबह घर पहुंच कर अपने परिवार को घटना की सच्चाई बताई। इसके बाद पुलिस के पास पहुंची
नर्स ने बताया मुझे कमरे में बंद कर डॉक्टर ने रात भर दुष्कर्म किया और रो पड़ी
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नर्स ने बताया मुझे कमरे में बंद कर डॉक्टर ने रात भर उसके साथ दुष्कर्म किया और रो पड़ी। नर्स ने कहा कि अगर वह रात में शिकायत कर देती तो डॉक्टर के सहयोगी और वहां के डॉक्टर उसको जहर का इंजेक्शन लगा सकते थे और उसकी हत्या कर सकते थे मुरादाबाद के डिलारी थाना क्षेत्र में गांव की रहने वाली पीड़िता ने कहा कि वह करीब दस महीने से ठाकुरद्वारा के एक निजी चिकित्सालय में नर्स का काम करके अपना गुजर बसर कर रही थी।उस रात भी वह शनिवार की शाम को करीब सात बजे अपनी ड्यूटी पर पहुंच गई थी। जब रात मे साढ़े 12 बजने को हुए वही काम कर रही नर्स मेहनाज उसके पास आई थी।उसने उससे कहा कि अस्पताल की ऊपरी मंजिल पर डॉक्टर शाहनवाज उसको बुला रहे हैं।
पीड़िता नर्स ने बताया कि उसने मेहनाज से वहां डॉक्टर के कमरे में जाने से मना कर दिया था। लेकिन इसी बीच वार्डबाय जुनैद वहां पहुंच गया और उसने उसको जबरन खींच कर डॉक्टर के कमरे में पहुंचा दिया।आरोपी जुनैद और मेहनाज ने उसके बाद कमरा बाहर से बंद कर दिया था। वहां आरोपी डॉक्टर ने उससे दुष्कर्म किया।
पीड़िता ने बताया कि उसने मदद की गुहार लगाई फिर भी जुनैद और मेहनाज ने उसकी वहां कोई सहायता नहीं की।पीड़िता ने कहा कि उसे भय था कि आरोपी अपना जुर्म छिपाने के लिए उसके साथ कोई बड़ी घटना अंजाम दे सकते हैं।उसको मारने के लिए जहर का इंजेक्शन भी लगा सकते हैं।इसी कारण वह सुबह होने की प्रतीक्षा करती रही और अगले दिन सुबह दस बजे जब दूसरी नर्स ड्यूटी करने पहुंची तो उसने उसके साथ क्या हुआ है उसे बताया।इसके पश्चात पीड़िता अपने घर पहुंची और वहां अपने परिवार को पूरे घटना की सच्चाई बताई।
कोर्ट में पुलिस ने पीड़िता के बयान दर्ज कराये
पुलिस ने दुष्कर्म पीडिता के बयान कोर्ट में दर्ज करवा दिए हैं।पीड़िता नर्स ने अपने साथ हुई घटना की सारी जानकारी अदालत को बताई है। वही डिलारी गांव के रहने वाले एक व्यक्ति ने ठाकुरद्वारा थाने में आरोपी डॉक्टर शाहनवाज मेहनाज और जुनैद के विरुद्ध 18 अगस्त को केस दर्ज कराया था।इस मामले में आरोप लगाया गया था कि।डॉक्टर ने उसकी पुत्री के साथ दुष्कर्म किया है।
पुलिस ने सोमवार को आरोपी डॉक्टर का सहयोग करने वाले जुनैद और मेहनाज तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जबकि पुलिस ने पीड़िता के बयान सोमवार को दर्ज किए थे।कोर्ट में सोमवार को पीड़िता के बयान दर्ज कराए गए।पीड़िता ने अपने साथ हुई घटना की जानकारी कोर्ट को दी है।
समझौता के लिए पीड़िता के पिता पर दबाव बनाया गया सुरक्षा में पुलिसकर्मी तैनात हुए
पीड़िता नर्स के पिता ने बताया कि काशीपुर की फैक्ट्री में वह गार्ड हैं।उसके पिता ने बताया कि आरोपी डॉक्टर और उसके सहयोगी के परिवार के लोग और रिश्तेदार केस दर्ज होने के बाद उस पर समझौते के लिए दबाव बना रहे हैं। सोमवार की सुबह कई लोग उसके घर समझौते के लिए दबाव बनाने आए थे।
पीड़िता के पिता ने बताया कि आरोपियों ने समझौता के लिए लालच भी दिया था।लेकिन उन्होंने मना कर दिया।इस मामले की जानकारी उसने पुलिस के बड़े अफसर को भी दी।इसी के बाद दो पुलिस कर्मियों को उसके घर सुरक्षा के लिए,तैनात कर दिया गया। पीड़िता नर्स के बयान हो जाने तक उसके परिवार को सुरक्षा मुहैया कराई गई।
एसपी देहात संदीप कुमार मीना ने बताया कि पीड़िता के बयान कोर्ट में दर्ज हो गए हैं।तीन आरोपी इस मामले में जेल जा चुके हैं।केस की विवेचना जारी है।इस मामले से संबंधित डिजिटल साक्ष्य भी इकट्ठा किए गए हैं।जैसे ही विवेचन पूरी होगी उसके बाद मामले में चार्जसीट दाखिल कर दी जाएगी।
चिकित्सालय का पंजीकरण निरस्त आरोपी आशा वर्कर के विरुद्ध भी जांच के निर्देश
ठाकुरद्वारा में स्थित निजी चिकित्सालय में नर्स को बंधक बनाकर उससे दुष्कर्म करने के मामले के लिए सीएमओ ने उस अस्पताल का पंजीकरण निरस्त कर दिया है। आरोपी नर्स के विरुद्ध जांच के निर्देश दिए गए हैं।
सीएमओ के आदेश पर स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई करते हुए अस्पताल को सील कर दिया था। वहां भर्ती मरीजों को,दूसरे अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया था।इस मामले की जांच के लिए सीएमओ ने तीन सदस्यीय समिति का गठन किया था।इसके अध्यक्ष एडिशनल सीएमओ डॉक्टर भारत भूषण एवं डिप्टी सीएमओ डॉक्टर नरेंद्र कुमार के साथ एमओआईसी डॉक्टर राजपाल ने अपनी रिपोर्ट सीएमओ को सौंप दी।
सीएमओ ने मंगलवार को रिपोर्ट देखने के बाद चिकित्सालय का पंजीकरण निरस्त कर दिया।आरोपी आशा वर्कर मेहनाज के विरुद्ध एमओआईसी डॉ. राजपाल को कार्रवाई करने के लिए निर्देश दिए हैं।जैसे ही उनकी रिपोर्ट आएगी।आरोपी नर्स के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
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