राहुल की गारंटी मोदी जी पर भारी 4 जून को केंद्र की सत्ता का परिवर्तन होने की प्रबल संभावना
किसान कर्ज माफी,महिला,बेरोजगारी, अग्निवीर,पुरानी पेंशन बहाली आंगनवाड़ी आशाबहू पर,राहुल की गारंटी मोदी जी को भारी पड़ गई लगती है।4 जून को जब ईवीएम खुलेगा लोकसभा 2024 के चुनाव परिणामों पर इसका असर दिखाई पड़ना तय लग रहा है।
अनिल बाजपेयी
सीईओ फाउंडर एंड ग्रुप एडिटर
राहुल की गारंटी मोदी जी पर भारी 4 जून को केंद्र की सत्ता का परिवर्तन होने की प्रबल संभावना
ऐसा लगता है मतदाताओं ने चुपचाप बड़ी खामोशी से मोदी की सरकार को बदल दिया है
मतदान के बाद मतदाताओं ने बताया कि इंडिया गठबंधन की सरकार बनना लगभग तय अगर कोई गड़बड़ नहीं हुई तो
“Rahul’s guarantee outweighs Modiji’s, there is a strong possibility of change of power at the Center on June 4.Vishva Bharti : 2024 : Loksabha Chunav : News Desk : New Delhi : किसान कर्ज माफी,महिला,बेरोजगारी,अग्निवीर,पुरानी पेंशन बहाली आंगनवाड़ी आशाबहू पर,राहुल की गारंटी मोदी जी को भारी पड़ गई लगती है।4 जून को जब ईवीएम से परिणाम आने शुरू होंगे लोकसभा 2024 के चुनाव परिणामों पर इसका असर दिखाई पड़ना तय लग रहा है।मैंने स्वयं जब बूथ लेवल के पांच भाजपा कार्यकर्ताओं से व्यक्तिगत चर्चा की तो उन्होंने कहा हम सभी सार्वजनिक रूप से यह नहीं कह सकते हैं कि मेरे परिवार ने इंडिया गठबंधन को वोट किया है। लेकिन किया है
राहुल की गारंटी मोदी जी पर भारी 4 जून को केंद्र की सत्ता का परिवर्तन होने की प्रबल संभावना
यह भी पढ़ें : 12 प्रदेशों में बीजेपी के खिलाफ बह रही है चुनावी बयार गलत साबित हो सकते हैं सरकार समर्थित चुनावी सर्वेक्षण
राहुल की गारंटी मोदी जी पर भारी।उन्होंने बताया कि ऐसा करने के पीछे का मुख्य कारण हमारे परिवारों का कर्ज के दलदल में फंसे होना है और राहुल गांधी ने किसानों को संपूर्ण कर्ज माफी करने का भरोसा दिया है। गारंटी दी है। इस चुनावी बायार में हमारे सहित अन्य मतदाता भी बहक गए हैं। ऐसा लगता है अब मोदी सरकार चली जाएगी।आम जनता ने इस लोकसभा चुनाव में सत्ता परिवर्तन कर दिया है।
राहुल की गारंटी मोदी जी पर भारी।राहुल गांधी,तेजस्वी यादव,उद्धव ठाकरे,अखिलेश यादव,2024 लोकसभा चुनाव में,जनता के बीच में,किसी हीरो की तरह,बनकर उभरे हैं। इनके द्वारा चलाए गए राजनीतिक ब्रह्मास्त्र में मोदी जी फंस गए लगते हैं।
इन युवा नेताओं ने चुनावी राजनीति का फोकस अपने भाषणों के माध्यम से जनता के मूल मुद्दों से अलग नहीं होने दिया है।जबकि इसके विपरीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने चुनावी भाषणों में जनता के किसी मूल मुद्दे का जिक्र तक नहीं किया है।उन्होंने राम मंदिर, भारत-पाकिस्तान,हिंदू मुसलमान,मटन,मछली, भैंस पर,विपक्ष को कटघरे में खड़ा करने के लिए अपना पूरा जोर लगा दिया है।
जनता को जब मोदी जी से चुनाव के बाद किसी तरह की आर्थिक सहायता की उम्मीद नहीं जगी तो उसने आगे बढ़कर राहुल गांधी, तेजस्वी यादव,उद्धव ठाकरे,अखिलेश यादव के, चुनावी गारंटी को हाथों हाथ लपक लिया है। इसका प्रभाव 4 जून को ईवीएम से निकलने वाले चुनाव परिणामों पर दिखाई पड़ना तय लग रहा है।
TV9 भारत समाचार और विश्व भारती के देश भर में फैले हुए संवाददाताओं ने अपनी-अपनी रिपोर्ट में बताया है कि समस्या ग्रस्त आम मतदाताओं ने चुपचाप मोदी की सत्ता बदल दी है।और राहुल गांधी,तेजस्वी यादव, उद्धव ठाकरे,अखिलेश यादव के इंडिया गठबंधन की गारंटी को अपनाते हुए बड़ी संख्या में गठबंधन को वोट दिया है।
हमारे संवाददाताओं ने यह भी बताया कि आम मतदाताओं ने चर्चा के दौरान कहा कि अगर ईवीएम मे कोई गड़बड़ी नहीं हुई तो इंडिया गठबंधन की सरकार बननी तय है।इस बार के चुनाव में राम मंदिर,हिंदू -मुसलमान, भारत-पाकिस्तान के मुद्दे जनता के बीच से गायब हो गए हैं और मुख्य मुद्दा रोजी-रोटी ही बना रहा है।
YOU MUST READ
1.छात्रों की प्रतीक्षा खत्म वर्ष 2024 के 10वीं कक्षा के परिणाम राजस्थान बोर्ड कल जारी करेगा
2.अपने समूचे परिवार को खत्म करने के बाद आरोपी खुद भी फांसी के फंदे से लटक गया
3.विवाह मंडप पहुंचने से पहले ट्रैक्टर ट्राली से टकराकर बस पलटी आठ घायल,शादी का जश्न पड़ा फीका
4.हीट वेब से 24 घंटे के भीतर हरियाणा में तीन लोगों की मौत हो गई यहां पारा 50 के करीब बना हुआ है
5.चुनावी ड्यूटी पर जा रहे 30 मतदान कर्मी बीमार इनमें से पांच होमगार्ड सहित सात की मौत