- पति को पीठ पर लादकर महिला पहुंची सीएमओ ऑफिस, दिव्यांग सुविधा की पोल खोलती तस्वीर वायरल
आयुष पाण्डेय : रायबरेली। शादी के सात फेरों में लिया गया साथ निभाने का वचन कुछ इस तरह हकीकत बना कि देखने वालों की आंखें नम हो गईं। रायबरेली के सीएमओ ऑफिस में एक महिला अपने दिव्यांग पति को पीठ पर लादकर पहुंची, ताकि उसका विकलांग प्रमाण पत्र बन सके। यह दृश्य नारी शक्ति और समर्पण की मिसाल तो बना ही, लेकिन साथ ही सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की खामियों को भी उजागर कर गया।
यह भी पढ़ें : रेलवे परीक्षा पेपर लीक: CBI का बड़ा खुलासा, 26 गिरफ्तार, 6 अफसरों पर FIR
व्हीलचेयर नहीं मिली, मजबूरी में पीठ पर उठाया
सोमवार को रायबरेली के हरचंदपुर क्षेत्र के देदोर गांव की रहने वाली पिंकी अपने पति आदित्य कुमार का दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाने सीएमओ ऑफिस पहुंची। वहां व्हीलचेयर की कोई व्यवस्था नहीं दिखी, जिससे मजबूर होकर पिंकी ने अपने पति को पीठ पर लाद लिया और ऑफिस के अंदर-बाहर चक्कर काटती रही। किसी ने इस घटना का वीडियो बना लिया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
सीएमओ का बयान— व्हीलचेयर उपलब्ध थी
इस पूरे मामले पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. नरेश चन्द्रा ने सफाई देते हुए कहा कि कार्यालय के बाहर व्हीलचेयर की सुविधा उपलब्ध है। हो सकता है कि उस महिला को वह नजर न आई हो या उसने किसी से इसके बारे में पूछा न हो। उन्होंने यह भी कहा कि हर सोमवार को दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाए जाते हैं, और आने वाले सभी लोगों को व्हीलचेयर की उपलब्धता की जानकारी होती है।
जनता में रोष, प्रशासन से जवाबदेही की मांग
इस घटना के वीडियो के वायरल होने के बाद लोग स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं। सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने दिव्यांगों के लिए सरकारी सुविधाओं की बदहाली पर नाराजगी जताई है। लोगों का कहना है कि यदि सही व्यवस्था होती, तो इस महिला को अपने पति को पीठ पर उठाने की नौबत न आती।
सरकार से बेहतर सुविधाओं की उम्मीद
इस घटना ने एक बार फिर दिव्यांगों के लिए सरकारी दावों की पोल खोल दी है। प्रशासन से उम्मीद की जा रही है कि अब इस मामले को गंभीरता से लेते हुए दिव्यांगों के लिए उचित सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं, ताकि भविष्य में किसी और को ऐसी तकलीफ न उठानी पड़े।
यह भी पढ़ें : रेलवे परीक्षा पेपर लीक: CBI का बड़ा खुलासा, 26 गिरफ्तार, 6 अफसरों पर FIR