- अवध विश्वविद्यालय में शराब पार्टी का बड़ा खुलासा, तीन अतिथि प्रवक्ताओं की छुट्टी
- प्रशासन की सख्त कार्रवाई—कार्यालय कक्ष में शराब पीते पकड़े गए शिक्षकों की सेवा तत्काल समाप्त
अखिलेश कुमार द्विवेदी : अयोध्या। यूपी में अयोध्या के डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में उस वक्त हड़कंप मच गया जब विश्वविद्यालय परिसर में ही तीन अतिथि प्रवक्ता शिक्षण अवधि के दौरान शराब पार्टी करते पकड़े गए। यह घटना न केवल शैक्षणिक माहौल को दूषित करती है बल्कि विश्वविद्यालय की छवि को भी ठेस पहुंचाती है। जांच में दोषी पाए जाने पर तीनों शिक्षकों की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं।
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तुरंत जांच शुरू, दोष सिद्ध
घटना को गंभीरता से लेते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने तुरंत जांच अधिकारी नियुक्त किया तीनों आरोपित प्रवक्ताओं को अपना पक्ष रखने का अवसर भी दिया गया, लेकिन उनका जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया। जांच में यह पुष्टि हो गई कि तीनों शिक्षकों ने विश्वविद्यालय की गरिमा को ठेस पहुंचाई है। इसके बाद 17 अप्रैल 2025 को तीनों की सेवाएं समाप्त कर दी गईं।
प्रशासन की सख्त चेतावनी
मीडिया प्रभारी डॉ. विजयेन्दु चतुर्वेदी ने बताया कि पाठ्यक्रम समन्वयक को औपचारिक सूचना दे दी गई है कि अब इन प्रवक्ताओं को किसी भी शैक्षणिक कार्य में शामिल नहीं किया जाएगा। विश्वविद्यालय प्रशासन ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि भविष्य में किसी भी प्रकार की अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
शिक्षण संस्थानों की गरिमा पर सवाल
शिक्षण संस्थान ज्ञान, संस्कार और अनुशासन के केंद्र माने जाते हैं। ऐसे में शिक्षक वर्ग द्वारा ही इस प्रकार का व्यवहार करना चिंता का विषय है। यह केवल नियमों का उल्लंघन नहीं, बल्कि छात्रों और समाज के सामने एक गलत उदाहरण पेश करने जैसा है।
अवध विश्वविद्यालय की यह कार्रवाई एक सकारात्मक संदेश देती है कि कोई भी व्यक्ति संस्था के नियमों से ऊपर नहीं है। शिक्षकों को अपने आचरण से छात्रों के लिए आदर्श प्रस्तुत करना चाहिए, न कि लापरवाही और गैर-जिम्मेदाराना रवैया दिखाना चाहिए।
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