- सऊदी अरब में नौकरी के नाम पर 13 लाख की ठगी, न्यायालय के आदेश पर दर्ज हुआ मुकदमा
- वीजा और नौकरी का लालच देकर खाते में मंगवाए 33 बार पैसे
अखिलेश द्विवेदी : अयोध्या। सऊदी अरब में नौकरी दिलाने और वीजा बनवाने के नाम पर 13 लाख 18 हजार रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। पीड़ित की शिकायत पर कोई सुनवाई न होने के कारण उसे न्यायालय का दरवाजा खटखटाना पड़ा। सिविल जज (सीनियर डिवीजन) के आदेश पर अब बीकापुर कोतवाली पुलिस को इस मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच करने का निर्देश दिया गया है।
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रिश्तेदारी में आया था आरोपी, वीजा का झांसा देकर ऐंठे लाखों रुपये
अयोध्या जिले के थाना कोतवाली बीकापुर के ग्राम नंदरौली निवासी इरफान ने आरोप लगाया कि सोहराब सिद्दीकी, दरब सिद्दीकी, मोईन अहमद और अब्दुल बारी ने उसे सऊदी अरब में नौकरी दिलाने का झांसा दिया। आरोपियों में से एक व्यक्ति किसी रिश्तेदारी में आया था, जहां उसने इरफान को बताया कि वह उसे 2000 रियाल (भारतीय मुद्रा में लगभग 44,000 रुपये) प्रति माह की सैलरी वाली नौकरी दिला सकता है।
इरफान इस लालच में आ गया और आरोपियों ने उसे वीजा और मेडिकल टेस्ट कराने के बहाने 33 बार में कुल 13 लाख 18 हजार रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करवा लिए। लेकिन 9 महीने बीत जाने के बाद भी न वीजा बना और न ही मेडिकल टेस्ट हुआ।
दिल्ली में हुई मुलाकात, पासपोर्ट फेंककर दी धमकी
जब लंबे इंतजार के बाद भी वीजा नहीं आया, तो इरफान और उसके कुछ जानने वाले दिल्ली पहुंचे और सोहराब व दरब सिद्दीकी से मिले। वहां उन्होंने जब वीजा और अपने पैसे के बारे में पूछा, तो आरोपियों ने कहा कि तकनीकी दिक्कत की वजह से वीजा नहीं बन पाया।
जब इरफान ने अपने पैसे और पासपोर्ट लौटाने की मांग की, तो आरोपियों ने पासपोर्ट को अलमारी से निकालकर जमीन पर फेंक दिया और धमकी देकर भगा दिया।
दिल्ली पुलिस ने नहीं की कार्रवाई, मजबूरन कोर्ट जाना पड़ा
इस घटना के बाद इरफान ने दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज करानी चाही, लेकिन पुलिस ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि मामला अयोध्या के बीकापुर कोतवाली क्षेत्र का है। इसके बाद पीड़ित ने बीकापुर कोतवाली से लेकर पुलिस कप्तान तक गुहार लगाई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
थक-हारकर उसने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए धारा 156(3) के तहत बीकापुर कोतवाली पुलिस को तत्काल एफआईआर दर्ज कर जांच करने का आदेश दिया।
आरोपियों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई
इस पूरे मामले की पैरवी फौजदारी अधिवक्ता एखलाक अहमद, मनोज यादव, आशीष मौर्य और अनूप कनौजिया ने की। अब एफआईआर दर्ज होने के बाद बीकापुर पुलिस इस मामले की जांच शुरू कर चुकी है और आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।
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