- महाकुंभ के बाद प्रयागराज सिविल लाइंस रोडवेज बस अड्डा फिर से खुला, अब यहीं से मिलेगा सफर का साधन
- 50 दिन बाद फिर शुरू हुआ बसों का संचालन, शहर में आवागमन सामान्य
रिपोर्ट : राजीव कृष्ण श्रीवास्तव : प्रयागराज। महाकुंभ के दौरान अस्थायी रूप से बंद किए गए सिविल लाइंस रोडवेज बस अड्डे को करीब 50 दिन बाद फिर से खोल दिया गया है। शुक्रवार से बसों का संचालन पुनः इसी अड्डे से शुरू हो गया है, जिससे शहर में परिवहन व्यवस्था सामान्य हो गई है।
यह भी पढ़ें : प्रयागराज महाकुंभ 2025 में बने तीन गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड!
भीड़ के चलते बस अड्डों को किया गया था शिफ्ट
महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए सभी प्रमुख बस अड्डों को शहर से बाहर स्थानांतरित कर दिया गया था। वाराणसी, जौनपुर, गोरखपुर, मऊ, दोहरीघाट, गाजीपुर और आजमगढ़ की बसों को झूंसी स्थित अस्थायी बस अड्डे पर शिफ्ट किया गया था। वहीं, चित्रकूट, बांदा, हमीरपुर, ललितपुर और सोनभद्र जाने वाली बसों का संचालन नैनी से किया जा रहा था।
जबकि कानपुर, फतेहपुर और कौशांबी जाने वाली बसें नेहरू पार्क धूमनगंज से चलाई जा रही थीं, वहीं लखनऊ, प्रतापगढ़, रायबरेली, सीतापुर, बहराइच, लखीमपुर खीरी और सुल्तानपुर की बसों को फाफामऊ और मलाका से संचालित किया जा रहा था।
अब बसें फिर से अपने स्थायी स्टैंड से चलेंगी
महाकुंभ समाप्त होने के बाद अब सभी बसों को उनके स्थायी बस अड्डों पर वापस शिफ्ट कर दिया गया है। इससे यात्रियों को फिर से सिविल लाइंस बस अड्डे से सीधे अपने गंतव्य के लिए बसें मिलने लगी हैं। शुक्रवार को बस अड्डा खुलने के पहले दिन यात्रियों की संख्या अपेक्षाकृत कम रही, लेकिन धीरे-धीरे भीड़ बढ़ने की संभावना है।
शहर में अब आवागमन की स्थिति पूरी तरह सामान्य हो गई है। अस्थायी बस स्टैंडों के हटने से सड़कों पर भी जाम की समस्या भी कम हुई है।
यह भी पढ़ें : प्रयागराज महाकुंभ 2025 में बने तीन गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड!