छात्रा का हाथ पकड़ असिस्टेंट प्रोफेसर के जबरदस्ती करने का मामला गरमाया
आगरा मे डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के समाज विज्ञान संस्थान के असिस्टेंट प्रोफेसर पर छात्रा ने हाथ पकड़ कर जबरदस्ती करने की कोशिका का आरोप लगाया था। 21 दिन बीत गए हैं अभी तक छात्रा को न्याय नहीं मिला है।
छात्रा का हाथ पकड़ असिस्टेंट प्रोफेसर के जबरदस्ती करने का मामला गरमाया
21 दिन बीत जाने के बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन ने आरोपित असिस्टेंट प्रोफेसर पर कोई कार्रवाई नहीं की है
“The issue of assistant professor forcefully holding the student’s hand heated up.Vishva Bharti : Ayush Pandey : Agra : डॉ भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय की सामाजिक विज्ञान की छात्रा का संस्थान के असिस्टेंट प्रोफेसर पर छेड़खानी का आरोप लगाने के 21 दिन बाद भी न्याय नहीं मिला है। विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से आरोपी शिक्षक के विरुद्ध अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जबकि इस मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन की विशाखा समिति की जांच रिपोर्ट उसे मिल चुकी है।
छात्रा का हाथ पकड़ असिस्टेंट प्रोफेसर के जबरदस्ती करने का मामला गरमाया
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छात्रा का हाथ पकड़,विश्वविद्यालय के पालीवाल पार्क में चल रहे समाज विज्ञान संस्थान (आईएसएस) के मास्टर ऑफ सोशल वर्क (एमएसडब्ल्यू) की छात्रा के छेड़खानी के आरोप पर 21 दिन बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है।छात्रा ने 24 मई को असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ राजू वर्मा पर गाली गलौज,छेड़छाड़ करने,मारपीट करने,और जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस मामले की जांच यूजीसी की गाइडलाइन के अनुसार गठित विशाखा समिति को सौंपी थी।जाँच मिलने के बाद 27 मई को समिति ने पीड़ित छात्रा का बयान दर्ज किया था।समिति ने इसके अलावा आईएसएस संस्थान के कर्मचारियों और शिक्षक वहां के छात्र-छात्राएं और आरोपित असिस्टेंट प्रोफेसर के बयान दर्ज किए थे।
विशाखा समिति की प्रभारी प्रोफेसर विनीता सिंह एवं सदस्य उपकुल सचिव ममता सिंह संस्थान के डॉक्टर रनवीर सिंह,अधिवक्ता नम्रता मिश्रा,एनजीओ सदस्य सुमन सुराना, और छात्रा के दो प्रतिनिधियों की उपस्थिति में उनके बयान दर्ज किए और समिति ने विश्वविद्यालय प्रशासन को जांच रिपोर्ट सौंप दी थी।
लेकिन आरोप लगने और विशाखा समिति की रिपोर्ट मिल जाने के 21 दिन बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन ने असिस्टेंट प्रोफेसर पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। कुलसचिव राजीव कुमार ने कहा कि एक दूसरी समिति है जिसे विशाखा समिति की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करने की सिफारिश करनी है। टीम के कुलपति प्रोफेसर आशुरानी को जैसे ही रिपोर्ट मिलेगी अगली कार्रवाई होगी।
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