- राम मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी से अयोध्या में हड़कंप, F. I. R. DM का तबादला भी बना सुर्खी
- राम जन्मभूमि ट्रस्ट को मिला धमकी भरा ईमेल, FIR दर्ज, सुरक्षा बढ़ाई गई; IAS अधिकारी चंद्रविजय सिंह की छुट्टी
अखिलेश कुमार द्विवेदी : अयोध्या। अयोध्या एक बार फिर से सुर्खियों में है, लेकिन इस बार श्रद्धा और भक्ति की नहीं, बल्कि एक गहरी साजिश और प्रशासनिक हलचल की वजह से। सोमवार रात राम जन्मभूमि ट्रस्ट को एक धमकी भरा ईमेल मिला जिसमें मंदिर को बम से उड़ाने की बात कही गई। इस ईमेल से न सिर्फ प्रशासन में हड़कंप मच गया बल्कि पूरे इलाके की सुरक्षा व्यवस्था को अलर्ट कर दिया गया है। इसी बीच अयोध्या के DM चंद्रविजय सिंह का तबादला भी हुआ है, जो मुख्यमंत्री की नाराज़गी के चलते हुआ बताया जा रहा है।
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धमकी भरा ईमेल, पुलिस और एजेंसियां अलर्ट

राम जन्मभूमि ट्रस्ट को सोमवार रात एक मेल मिला जिसमें लिखा था, “बढ़ा लो मंदिर की सुरक्षा, वरना अंजाम भुगतने को तैयार रहो।” इस मेल के तुरंत बाद ट्रस्ट के अकाउंट ऑफिसर महेश कुमार ने अयोध्या के साइबर थाने में FIR दर्ज करवाई। साइबर सेल मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच में जुट गई है।
अयोध्या और आसपास के जिलों में बढ़ाई गई सुरक्षा
धमकी के बाद अयोध्या में व्यापक सर्च ऑपरेशन चलाया गया। सिर्फ अयोध्या ही नहीं, बल्कि बाराबंकी और अन्य पड़ोसी जिलों में भी सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। जगह-जगह चेकिंग और निगरानी बढ़ा दी गई है, ताकि कोई भी संदिग्ध गतिविधि तुरंत पकड़ में आ सके।
DM अयोध्या चंद्रविजय सिंह का तबादला
इसी बीच एक और बड़ी खबर सामने आई है। अयोध्या के जिलाधिकारी चंद्रविजय सिंह को उनके पद से हटा दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रभुनाथ मिश्रा आत्महत्या मामले में हुई लीपापोती से नाराज़ थे। मजिस्ट्रेटी जांच में कथित लापरवाही के आरोपों के चलते यह फैसला लिया गया है।
पुलिस अधिकारियों पर भी गिर सकती है गाज
जानकारी के मुताबिक, सिर्फ DM ही नहीं, बल्कि अयोध्या के SP और जोन के अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों पर भी कार्रवाई हो सकती है। पूरे प्रशासनिक अमले की भूमिका की उच्च स्तरीय समीक्षा की जा रही है।
अयोध्या, जहां कुछ महीनों बाद राम मंदिर का उद्घाटन होना है, वहां इस तरह की धमकियां और प्रशासनिक फेरबदल काफी गंभीर संकेत देते हैं। एक ओर जहां मंदिर की सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है, वहीं दूसरी ओर प्रशासनिक जवाबदेही भी कसौटी पर है।
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