किसी युवा से अन्याय न हो 69000 शिक्षक भर्ती में त्रुटिहीन समाधान निकले- शासन उत्तर प्रदेश
शिक्षक भर्ती मामले में 69000 शिक्षकों की समस्या के निस्तारण के लिए सरकार व शासन का छुट्टियों में भी बैठकों का दौर जारी। अधिकारी कर रहे बैठकों पर बैठक।
अनिल बाजपेयी
सीेईओ फाउंडर एंड ग्रुप एडिटर
किसी युवा से अन्याय न हो 69000 शिक्षक भर्ती में त्रुटिहीन समाधान निकले- शासन उत्तर प्रदेश
“No youth should be treated unfairly, flawless solutions should be found in the recruitment of 69000 teachers – Government of Uttar Pradesh.Vishva Bharti :Editor pic :Lucknow : लखनऊ में शासन की तरफ से विभाग को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि 69000 शिक्षक भर्ती मामले में समस्या का स्थाई समाधान निकाला जाए।किसी भी युवा के भविष्य के साथ कोई अन्याय न होने पाए।इसके लिए विभागीय अधिकारी का छुट्टियों में भी बैठकों का दौर जारी।सभी इस समस्या का रास्ता,l ढूंढने में जुट गए हैं।
किसी युवा से अन्याय न हो 69000 शिक्षक भर्ती में त्रुटिहीन समाधान निकले- शासन उत्तर प्रदेश
किसी युवा से अन्याय न हो 69000 शिक्षक भर्ती में त्रुटिहीन समाधान निकले। 69000 शिक्षक भर्ती मामला पिछले चार साल से गंभीर मुद्दा बना हुआ है।लेकिन पिछले लोकसभा चुनाव में ओबीसी आरक्षण एक मुख्य मुद्दा बनकर उभरा। इसे देखते हुए विपक्ष आगामी विधानसभा उपचुनाव और 2027 के चुनाव के लिए ओबीसी आरक्षण को अपना खास हथियार बनाने का सपना संजोए हुए हैं।इसी कारण शासन व सरकार इस मुद्दे को हमेशा हमेशा के लिए खत्म कर देने की खातिर इसका स्थाई समाधान ढूंढने में जुट गए हैं।
69000 शिक्षक भर्ती के मामले में पहले ही 6800 की सूची सामने लाकर विभागीय अधिकारियों ने कहीं ना कहीं चूक हुई है यह मान लिया था।इतना सब होने पर भी इस मुद्दे का सही समाधान नहीं निकल पाया।इसी कारण से अभ्यर्थियों के साथ-साथ विपक्ष व भाजपा के सहयोगी दल समय-समय पर इस मुद्दे को उठाते हुए इसे राजनीतिक रंग देने का प्रयास करते रहे हैं।
अभी जल्द में ही इलाहाबाद हाईकोर्ट ने शिक्षक भर्ती की सभी पुरानी सूचियां रद्द करते हुए इसे नए सिरे से तैयार करने का आदेश दिया है।वही प्रदेश की योगी सरकार हाई कोर्ट के इस आदेश के विरुद्ध सुप्रीम कोर्ट जाने के बजाय इसका स्थाई समाधान तलाश करने में लग गई है।जिससे कि आगे दोबारा इस भर्ती में ओबीसी आरक्षण कोई मुद्दा न बन पाए।
शासन की तरफ से विभाग को स्पष्ट निर्देश दिया जा चुका है कि इस मामले का स्थाई समाधान हर हाल में खोज लिया जाए।इसके साथ ही किसी भी युवा के भविष्य के साथ कोई अन्याय ना होने पाए। इसे देखते हुए विभागीय अधिकारियों का छुट्टियों में भी बैठकों का दौर जारी है। सभी इसका रास्ता निकालने में जी जान से लगे हुए हैं।
दूसरी तरफ 69000 शिक्षक भर्ती अभ्यर्थियों का भी आंदोलन जारी है।
69000 शिक्षक भर्ती मामले में हाई कोर्ट के आदेश को अक्षरसः लागू करते हुए चयन सूची को जारी करने की मांग मनवाने के लिए आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों के आंदोलन ने शनिवार को लगातार पांचवें दिन प्रवेश कर लिया।अभ्यर्थी इको गार्डन में अनवरत धरने पर बैठे हुए अपनी मांग पर अडिग हैं।
69000 शिक्षक भर्ती संघ के अध्यक्ष एवं अभ्यर्थी विजय यादव ने बताया कि हाई कोर्ट का आदेश जारी हुए एक सप्ताह से ऊपर का समय हो गया है लेकिन जानबूझकर विभाग के अधिकारी इसमें टालमटोल की नीति अपनाए हुए हैं।जिससे कि मामला दोबारा फंस जाए और उनको इसमें कुछ भी ना करना पड़े।विजय यादव ने कहा कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं कर दिया जाता यह आंदोलन लगातार चलता रहेगा।
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