- फर्जी ट्रेडिंग एप से ठगी: पीड़ित के नाम पर लोन लेकर किया आईपीओ पेमेंट, मामला दर्ज
- शेयर बाजार में निवेश का झांसा देकर ठगों ने हड़पे लाखों, पुलिस जांच में जुटी
आयुष पाण्डेय : हापुड़ (उत्तर प्रदेश): साइबर ठगों के नए-नए हथकंडों से लोग लगातार ठगी का शिकार हो रहे हैं। ताजा मामला हाफिजपुर थाना क्षेत्र के गांव चितौली से सामने आया है, जहां एक युवक से शेयर बाजार में निवेश के नाम पर एक लाख रुपये ठग लिए गए। यही नहीं, ठगों ने पीड़ित के नाम पर लोन लेकर आईपीओ पेमेंट कर दी, जिससे उसे भारी आर्थिक नुकसान हुआ। मामले की शिकायत के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़कर किया शिकार
गांव चितौली निवासी मोहित शर्मा ने बताया कि 3 नवंबर को उन्हें एक अज्ञात नंबर से “फॉर्च्यून एलायंस 164” नामक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया। इस ग्रुप में मौजूद लोगों ने खुद को एक्सपर्ट ट्रेडर्स बताते हुए उन्हें “ब्लक एफएस प्रो” नामक एक एप डाउनलोड करने को कहा।
पीड़ित मोहित ने पुलिस को बताया कि जब उसने एप डाउनलोड किया, तो उनसे ओटीसी ट्रेडिंग खाता खोलने के लिए पैन कार्ड और बैंक विवरण मांगा गया। पहले कुछ दिनों तक ठगों ने उन्हें मामूली मुनाफा भी दिया, जिससे उनका विश्वास जीत लिया गया।
आईपीओ में निवेश के नाम पर हुई ठगी
इसके बाद 14 नवंबर को ठगों ने मोहित को एक लाख रुपये आईपीओ में लगाने को कहा। मोहित ने भरोसा करके भुगतान कर दिया। 18 नवंबर को उनके खाते से रकम काटकर 15 हजार शेयर आवंटित कर दिए गए।
इसके बाद ठगों ने दो लाख रुपये और जमा करने का दबाव बनाया। जब मोहित ने मना कर दिया, तो ठगों ने उनके नाम पर 2.30 लाख रुपये का लोन दिखाकर आईपीओ का पेमेंट कर दिया। बाद में उनसे यह लोन चुकाने का दबाव बनाया जाने लगा और कानूनी कार्रवाई की धमकी दी गई।
खाता लॉक कर दिया, रकम भी जब्त
जब मोहित ने ठगों की बात मानने से इंकार कर दिया, तो उनका ट्रेडिंग खाता लॉक कर दिया गया और पहले से जमा एक लाख रुपये भी जब्त कर लिए गए।
पुलिस जांच में जुटी
मोहित ने जब इस धोखाधड़ी की जानकारी पुलिस को दी, तो हाफिजपुर थाना प्रभारी निरीक्षक आशीष पुंडीर ने बताया कि शिकायत दर्ज कर ली गई है। मोबाइल नंबरों के आधार पर साइबर ठगों की तलाश की जा रही है और जल्द ही पूरे मामले का खुलासा कर आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
सावधान रहें, ऐसे साइबर फ्रॉड से बचें
1. अज्ञात व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ने से बचें।
2. फर्जी एप डाउनलोड करने से पहले उसकी प्रमाणिकता जांचें।
3. किसी भी अनजान व्यक्ति को अपने बैंक और पैन कार्ड की जानकारी न दें।
4. बड़े निवेश करने से पहले अच्छी तरह रिसर्च करें।
5. ठगी का शिकार होने पर तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत करें।