बिहार कृषि विश्वविद्यालय में दो दिवसीय बिहार किसान मेला और पशु प्रदर्शनी का भव्य आयोजन… देखें Video
- महामहिम राज्यपाल ने किया उद्घाटन, जीआई टैग उत्पादों से लेकर बागवानी व पशुपालन स्टॉल बने आकर्षण का केंद्र
रिपोर्ट : अमित कुमार/अजय कुमार
भागलपुर : बिहार। बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर में दो दिवसीय बिहार किसान मेला सह बागवानी एवं पशु प्रदर्शनी का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन बिहार के कुलाधिपति एवं राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने विधिवत रूप से किया। इस मौके पर भागलपुर सांसद अजय मंडल, गोपालपुर विधायक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
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इस किसान मेले का आयोजन 11 और 12 मार्च 2025 को किया गया, जिसका मुख्य विषय था “कृषि उद्यमिता से समृद्ध किसान”। इस कार्यक्रम के तहत जीआई टैग प्राप्त उत्पादों सहित कृषि, बागवानी, मत्स्य पालन, पशुपालन और आधुनिक खेती से जुड़े विभिन्न स्टॉल लगाए गए।
कृषि और पशुपालन से जुड़े कई स्टॉल बने आकर्षण का केंद्र
इस किसान मेले में विभिन्न कृषि उत्पादों और आधुनिक तकनीकों को प्रदर्शित करने वाले कई स्टॉल लगाए गए, जिनमें मोटे अनाज, मशरूम, कतरनी धान, केला, विभिन्न फल-सब्जियां, फूल, मत्स्य पालन, बकरी पालन, दलहन, तिलहन, शहद और मखाना आदि शामिल थे।
विशेष रूप से जीआई टैग प्राप्त कतरनी चावल, जर्दालू आम, मगही पान, शाही लीची जैसे उत्पादों की प्रदर्शनी ने लोगों को आकर्षित किया। इसके अलावा, हर्बल गुलाल, लाह उत्पाद, कृषि उपकरण और जैविक खेती के मॉडल भी प्रदर्शित किए गए, जिससे किसानों को नवीनतम तकनीकों की जानकारी मिली।
कृषि पुस्तकों का विमोचन और विशिष्ट किसानों का सम्मान
इस अवसर पर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. डी.आर. सिंह ने अतिथियों का पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्र और मोमेंटो देकर स्वागत किया। कार्यक्रम के दौरान कृषि से संबंधित कई महत्वपूर्ण पुस्तकों का विमोचन भी किया गया।
इसके अलावा, कृषि और पशुपालन क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले विशिष्ट किसानों और वैज्ञानिकों को सम्मानित किया गया, जिससे उन्हें आगे और बेहतर कार्य करने की प्रेरणा मिले।
राज्यपाल ने किसानों को किया संबोधित… देखें Video 👇
महामहिम राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने सभा को संबोधित करते हुए किसानों की मेहनत और कृषि विश्वविद्यालयों की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा “बिहार के किसान मेहनती हैं और उन्हें आधुनिक तकनीकों से जोड़ना बहुत जरूरी है। कृषि विश्वविद्यालय किसानों को नई-नई तकनीकों से अवगत करा रहे हैं, जिससे उनकी उपज और आय में बढ़ोतरी हो रही है। मत्स्य पालन, मखाना की खेती, जर्दालू आम, कतरनी चावल और मशरूम उत्पादन में बिहार के किसान शानदार कार्य कर रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के तहत किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है, जिनका लाभ किसानों को लेना चाहिए।
नाबार्ड द्वारा क्षेत्रीय भौगोलिक संकेत (GI) सुविधा केंद्र का उद्घाटन
इस अवसर पर नाबार्ड द्वारा संपोषित क्षेत्रीय भौगोलिक संकेत (GI) सुविधा केंद्र का भी उद्घाटन किया गया। इस केंद्र का उद्देश्य बिहार के पारंपरिक और विशिष्ट कृषि उत्पादों को वैश्विक पहचान दिलाना है।
इस किसान मेले ने भागलपुर और आसपास के जिलों के किसानों के लिए जानकारी का अनमोल खजाना प्रस्तुत किया, जिससे वे आधुनिक तकनीकों को अपनाकर अपनी कृषि को और उन्नत बना सकें।
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